यह पुस्तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक से जुड़कर ,बाबरी मजिद गिराने से लेकर लेखक वहाँ से निकलकर अम्बेडकर विचारधारा से जुड़ने की आत्मकथा है लेखक आरएसएस की जमीनी हकीकत बया करती बुक किस तरह लेखक को पुस्तक का प्रकाशन कराने में 4-5 साल लग गए कितना संघर्ष करना पड़ा दलितो को आरएसएस से रूबरू कराने करती यह पुस्तक हर बहुजन जरूरपढे
डॉ गोविंदमेघवंशी –
यह पुस्तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक से जुड़कर ,बाबरी मजिद गिराने से लेकर लेखक वहाँ से निकलकर अम्बेडकर विचारधारा से जुड़ने की आत्मकथा है लेखक आरएसएस की जमीनी हकीकत बया करती बुक किस तरह लेखक को पुस्तक का प्रकाशन कराने में 4-5 साल लग गए कितना संघर्ष करना पड़ा दलितो को आरएसएस से रूबरू कराने करती यह पुस्तक हर बहुजन जरूरपढे